दोस्तो, मेरा नाम रमेश है. मैं एक मिडल क्लास फैमिली से हूँ.
मेरे लंड का साइज साढ़े सात इंच है.
यह Metro Sex Story पिछले 31 दिसंबर वाली न्यू ईयर नाइट की है.
मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ, लेकिन अभी फिलहाल पुणे में रहता हूँ.
अभी मैं अपने भाइयों के साथ रहता हूँ और रोजी रिजक कमाने के लिए मैंने गाड़ी चलाना सीख लिया है और अपनी कैब लेकर चलाना शुरू करना ही है.
मैं मेट्रो से जा रहा था.
मेरा मेट्रो का सफर लंबा था और उस दिन ठंड भी बहुत ज्यादा थी.
तभी एक लड़की मेरे बाजू में आकर बैठ गई, वह बिल्कुल मेरे से सट कर बैठी थी.
मेरे दोस्तों का एक वॉट्सएप ग्रुप है, उसमें वे सब नंगी लड़कियों की वीडियो और फोटो डालते रहते हैं.
वह लड़की स्कूल ड्रेस में थी और एकदम कड़क माल थी.
मैंने उसके सामने ही अपना वह ग्रुप खोल दिया और उसने उसमें दिख रही सारी फोटो देख लीं.
तभी मैंने एकदम से वॉट्सएप बंद किया और मैंने डरने का नाटक किया.
वह मुझसे बोली- आपकी जी एफ है ये?
मैंने मना कर दिया और कहा- मेरा ब्रेकअप हो चुका है … पहले मेरी दो जीएफ थीं, लेकिन अब एक भी नहीं है. हालांकि मैं उन दोनों के साथ घपाघप कर चुका हूँ.
यह सुनकर वह थोड़ी शर्मा गई.
मैंने अपने दोस्तों से सुना था कि अगर पुणे की लड़की आपसे हल्के से भी बोल जाए तो उससे एकदम फ्रेंडली हो जाओ, नब्बे प्रतिशत काम बन जाएगा.
वह शर्माई तो मैंने भी पूछ लिया- तुम्हारा तो बॉयफ्रेंड होगा!
उसने जवाब में सर हिलाकर मना कर दिया.
मैंने उसको वहीं पर ऑफर कर दिया- क्या मैं तुम्हारा बॉयफ्रेंड बन सकता हूँ?
उसने सपाट सा जवाब दे दिया- जी नहीं, मेरे स्कूल के काफी लड़के मुझे प्रपोज कर चुके हैं. मुझे यह सब अच्छा नहीं लगता. अगर मेरे पापा को पता लगा तो वे मेरी वाट लगा देंगे!
मैं बोला- किसी को पता नहीं चलेगा क्योंकि मैं तुम्हारे स्कूल में नहीं पढ़ता हूँ और हां मैं जानता हूँ कि एक लड़की की इज्जत क्या होती है. मैं तुम्हें पब्लिक एरिया में बिल्कुल भी नहीं मिलूंगा क्योंकि कभी किसी ने देख लिया तो दोनों को दिक्कत आ सकती है.
वह मेरी तरफ देखने लगी तो मुझे काम बनता सा दिखाई दिया.
मैंने ये दुबारा से भी बोला- मैं तुम्हें पब्लिक एरिया में हाथ तक नहीं लगाऊंगा.
उसने पहले थोड़ी देर सोचा, फिर मुझसे बोली- लेकिन तुम तो मुझसे बहुत बड़े हो!
मैंने भी पॉइंट मार दिया- बड़ा छोटा कुछ नहीं होता यार … मोहब्बत दिल से होनी चाहिए!
इतने में उसका स्टेशन आ गया और वह जाने लगी.
मैंने उसे बहुत रोका लेकिन वह बोली कि स्कूल के लिए लेट हो जाएगी.
बस जाते टाइम वह बोली- कल इसी टाइम मिलना, मैं आज सोच कर कल आपको बताऊंगी … ओके अभी बाय!
मैंने भी नहीं रोका और उसको जाने दिया.
लेकिन मैं उससे उसका फ़ोन नंबर लेना भूल गया था.
अगले दिन मैं टाइम से रेडी होकर वहां पहुंच गया.
वह मोतीनगर मेट्रो स्टेशन से चढ़ती थी.
मैंने बीस मिनट तक उसके आने का इंतजार किया.
वह अपने समय पर आ गई.
आज उसके चेहरे पर अलग ही रौनक थी.
हम दोनों मेट्रो में बैठ गए.
मैंने उससे पूछा- क्या सोचा है तुमने?
उसने जवाब दिया- मैं तैयार हूँ लेकिन तुम मुझे कभी छोड़ कर नहीं जाओगे … हमेशा मेरा साथ दोगे और हम दोनों के बारे में किसी को भी पता नहीं चलना चाहिए. पब्लिक एरिया में हम बिल्कुल नहीं मिलेंगे, मुझे बहुत डर लगता है.
वह यह सब कह ही रही थी कि मैंने उसका हाथ पकड़ कर धीरे से उसके कान में आई लव यू बोल दिया.
जवाब मैं उसने भी आई लव यू टू कह दिया.
उसके बाद हम दोनों ने एक दूसरे के फोन नंबर ले लिए.
उसने अपना नाम मनीषा बताया.
मैंने उसको रुकने को बोला- यार, आज हमारे प्यार का पहला दिन है, आज तुम स्कूल से बंक मार लो!
वह डर गई और बोली- किसी को पता चल गया तो?
मैंने कहा- किसी को पता नहीं चलेगा, मैं स्कूल छुट्टी के टाइम पर तुम्हें घर पर छोड़ दूंगा!
मेरे काफी कहने के बाद वह मान गई और बोली- लेकिन हम दोनों पांच घंटे तक रहेंगे कहां पर, किसी ने देख लिया तो?
मैंने कहा- तुम डरो मत, मैं हूँ ना! भरोसा रखो!
उसने कहा- ठीक है!
फिर हम दोनों मेट्रो से बाहर आए.
मेरा एक दोस्त पास के ओयो होटल में रहता है.
मैंने उसे कॉल करके रूम के लिए कहा.
पहले तो उसने भी मना कर दिया.
फिर मैंने उसे 2-4 गालियां दीं, तो मान गया.
हम दोनों उसके होटल में पहुंच गए.
वह स्कूल ड्रेस में थी तो मेरे दोस्त ने उसको एक लोवर टी-शर्ट दे दी और स्कूल ड्रेस चेंज करने को बोला.
उसने ड्रेस चेंज कर ली और उसने किसी और लड़की के आधार कार्ड से हमारी एंट्री करवा दी.
हम दोनों के कमरे में आते ही मैंने उसको पीछे से कस कर पकड़ लिया.
उसने कुछ नहीं कहा.
तो मैंने उसकी गर्दन पर एक किस भी कर दिया.
आय हाय … कोरी करारी लड़की के चुंबन में क्या मजा आया था यार … क्या ही बताऊं.
उसकी गर्दन बिल्कुल अंडे की तरह सफेद थी.
उसके बाद हम दोनों बेड पर बैठ गए.
उसने मुझे हल्का सा हग किया.
मैंने उसको लिप किस करने को बोला तो वह बोली- पहले मेरे माथे पर किस करो!
मैं उसकी बांहों में लेट गया और हम दोनों बातें करने लगे.
बातें करते करते मैंने उसके बूब्स दबा दिए.
इस पर वह गुस्सा हो गई और बोली- यह मुझे अच्छा नहीं लगा!
मैंने एकदम से उसे बेड पर लिटा दिया और कहा- मजा तो तुमको अब आएगा.
उसे मैंने किस करनी शुरू कर दी.
दो मिनट के बाद वह मेरे ऊपर आ गई और अब तो वह खुद से मुझे किस करने लगी.
मैंने फिर से उसके बूब्स दबाने शुरू कर दिए और उसको भी मजा आने लगा.
कुछ देर बाद मैंने उसकी टी-शर्ट उतार दी.
उसने सफेद रंग की ब्रा पहन रखी थी.
क्या परी सी लग रही थी भाई … फिर तो मैं उस पर टूट ही पड़ा.
मैंने उसकी ब्रा उतार कर दस मिनट तक उसके बूब्स पिए और दबाते हुए एक हाथ उसकी लोअर में डाल दिया.
क्या बताऊं … साली की चूत में पहले से ही आग लगी हुई थी.
वहां पर पानी ही पानी था.
मैंने उसकी चूत में उंगली डाली.
वह मचल गई.
फिर मैंने उसका लोअर भी उतार दिया और पैंटी भी!
क्या बताऊं ऐसा लग रहा था मुझे … जैसे मेरा सपना पूरा हो गया हो.
वह एकदम पॉर्न फिल्मों की हीरोइन लग रही थी.
देर न करते हुए हम एक दूसरे से लिपट गए और मैं इतने में ही झड़ने वाला हो गया था.
मैंने एकदम से अपना लंड चड्डी से बाहर निकाला और बिना देर करे उसकी जांघों के बीच में डाल दिया.
मैं झड़ गया … क्या बताऊं भाई, उस झड़ने में इतना मजा आया कि पूछो ही मत.
कुछ देर के बाद मैंने उससे कहा- तुम आराम करो, मैं तब तक 5 मिनट में कुछ खाने को लाता हूँ.
मैं जल्दी से बाहर आ गया, दो स्टिंग लेकर और साथ नमकीन के पैकेट लेता हुआ मेडिकल स्टोर पर आ गया.
उधर से मैंने कंडोम का पैकेट और टेबलेट भी ले आया.
मैंने वापस आते में ही टेबलेट खा ली थी.
अब मैं कमरे में आ गया और पूरा नंगा होकर उसके साथ बैठ गया.
मैंने अपने हाथों से उसको स्टिंग, नमकीन खिलाई और बीच बीच में हम किस भी करते जा रहे थे.
अब मैंने उसको बेड पर लिटा दिया और उसको गर्म करने लगा, उसके बूब्स दबाने लगा और किस करने लगा.
उस टाइम ऐसा लग रहा था भाई कि लूट ले, सब तेरा ही है!
मैंने अपना लंड उसके हाथ में दे दिया और उससे मुँह में लेने को बोला.
उसने कहा- मैंने सोचा भी नहीं था कि पहली बार में ही हम सब कुछ कर लेंगे. मैं अभी छोटी हूँ, मुझे ये सब अच्छा नहीं लग रहा है मेरे प्यारे बेबी!
मैंने कहा- अब तुम जवान हो गई हो … मुझ पर भरोसा रखो!
उसे मैंने बहुत संमझाया पर उसने मुँह में लंड नहीं लिया.
फिर मैंने उसकी टांगें उठा दीं और लंड उसकी गुलाबी चूत पर रख कर चूत मसलने लगा.
लौड़े की गर्मी से वह भी मचल गई.
अब मैंने कंडोम निकाला और लंड पर चढ़ा लिया.
वह बोली- बहुत समझदार हो रहे हो … हां!
मैंने कहा- सेफ्टी जरूरी है!
अब मैंने लंड से पुसी के छेद में जो झटका मारा, तो मेरा आधा लंड उसके अन्दर घुसता चला गया.
वह दर्द से कराह कर बोली- आह मर गई मैं … निकालो … आह आह ओह!
मैंने उतने में ही एक और झटका मार दिया.
मेरे से रुका ही नहीं जा रहा था. मैंने गोली जो खा रखी थी!
मेरा पूरा लंड लड़की की कमसिन चूत के अन्दर चला गया था.
उसकी चूत से खून निकलने लगा था. वह दर्द से बेहाल हो गई थी.
मैं उसके ऊपर लेट गया और उसे किस करने लगा.
लेकिन उसने किस नहीं करने दी.
वह बस लंड बाहर निकालने को बोलने लगी.
मैंने इतने में ही लंड के बहुत तेज तेज झटके देने चालू कर दिए थे.
थोड़ी देर बाद वह खुद मुझे किस करने लगी और बोल रही थी- ओह गॉड … ओह गॉड … आह आह आह … और तेज करो ना … बड़ा मजा आ रहा है!
मैंने झटके देने तेज कर दिए और कुछ ही देर बाद वह बोली- आह बाहर निकालो … बाद में कर लेना.
यह कहती हुई वह झड़ गई.
अब मैंने उसको घोड़ी बनने को बोला.
वह बन गई.
मैंने पीछे से लंड पेल कर धक्के देने शुरू कर दिए.
वह भी मस्ती से चुदवा रही थी.
काफी देर की चुदाई के बाद मैं थक गया था, तो मैं उससे बोला- तुम ऊपर आ जाओ.
अब मैं लेट गया और वह मेरे ऊपर आकर लंड लेकर खुद ऊपर नीचे होने लगी.
आह आह आह … क्या बताऊं यार … उसके दोनों सफेद दूध मेरे सामने उछल रहे थे.
मैं उन दोनों पर टूट पड़ा और थोड़ी देर बाद वह झड़ने को हुई तो उसके साथ ही मैं भी झड़ गया.
हम दोनों बहुत थक गए थे.
उसको भी दर्द हो रहा था, पता नहीं क्यों!
फिर हम दोनों साथ में नहाने लगे.
मैंने नहाते नहाते भी फिर से चुदाई का एक राउंड चालू दिया था.
बहुत मेहनत लगी थी उसमें … मेरा लंड उसके बाद भी ऐसे ही खड़ा रहा.
दिल तो कर रहा था और सेक्स किया जाए लेकिन उसकी छुट्टी का टाइम हो गया था.
मैंने उसको अपने हाथों से स्कूल ड्रेस पहनाई और हम दोनों वहां से आ गए.
उसको मैंने सही टाइम पर उसके घर पर छोड़ दिया था.
उसके बाद हम दो बार और मिले, फिर हमारी लड़ाई हो गई.
अब बस हम दोनों में कभी कभी बात हो जाती है लेकिन वह पहली वाली बात नहीं है!
तो दोस्तो … कैसी लगी मेरी स्टोरी … जरूर बताएं