हेलो दोस्तों ;
मेरा नाम विकास शुक्ला है। और में उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले का रहने वाला हु।
मेरी उम्र 23 वर्ष है।
यह sex story मेरी कोचिंग टीचर की चुदाई की है।
दोस्तों तो चलिए शुरू करते है। यह बात आज से लग भाग 4 साल पहले की है।
जब में कक्षा 12 में था। और में कोचिंग अपने ही स्कूल की रूपा मैडम से पढ़ने
उनके घर जाता था। वहाँ पे मेरे साथ 2 -3 छात्र और आते थे।
रूपा मैडम दिखने में बहुत सेक्सी थी।
और उनके चूतड़ बहुत बड़े बड़े थे।
और दूध उनके हमेशा बहार लटके रहते थे।
में उनको चोदने के लिए हमेशा उत्साहित रहता था।
मैडम के जब भी पढ़ने जाता था। तो वो टीशर्ट और लोअर में रहती थी। जिसके कारण उनके मोटे मोटे
चूतड़ साफ़ साफ़ झलकते थे। मैडम अपने घर में अकेले रहती थी। उनका पूरा परिवार मुरादाबाद में रहता था।
मैडम की उम्र उस टाइम पे 24 साल रही होगी।
एक दिन में बहुत जल्दी कोचिंग चला गया था।
और मेरे वहाँ पहुंचते ही बहुत तेज़ बारिश होने।
जिसके कारण दूसरे छात्र कोचिंग नहीं आ सके उस दिन।
में और रूपा मैडम उस दिन अकेले ही थे। sex story
में बैठा अपना काम कर रहा था। और मैडम मुझे काम देकर किचन चली गयी थी खाना बनाने के लिए।
में उस दिन पूरी कोशिश में था।
की आज कुछ भी करके मैडम की चुदाई करदे। लेकिन मुझे डर भी
लग रहा था। की कही मैडम मेरा विरोध न करने लगे। और में फस जाऊ। में बैठा यही सब सोच रहा था।
की उतनी देर में मैडम मुझे किचन से आवाज़ लगाती है।
और कहती है की विकास जल्दी मेरे साथ ऊपर छत्त पे चलो
में कपडे उतरना भूल ही गयी। सारे कपडे भीग गए होंगे अब तो।
में जल्दी से उठा और मैडम के साथ छत्त पे चला गया कपडे उठाने।
दोस्तों बारिश काफी देर से और बहुत तेज होरी थी।
जिसके कारण मैंने जो कपडे पहने हुए थे वो भी भीग ही गए थे लग भाग।
और छत्त पे जो कपडे पड़े थे वो भी पूरे भीग गए
थे। मैंने और मैडम ने जल्दी जल्दी उनको उठाया और भाग के जाने लगे सीढ़ी के तरफ की हमारे कपडे न भीगे ज़्याद।
भागने में मैडम का पैर स्लिप कर गया और वो छत्त पे ही कुहले के बल गिर गय। बहुत तेज चीख मारके चिल्लाई हेय भगव।
मर गयी में तोह। मैंने जल्दी से कपडे फेके और मैडम को उठाने के लिए भागा।
मैंने उनको उठाने की कोशिश करी तो
वह रोने लगी। मैंने उनसे पूछा क्या हुआ मैडम कहा पैर दर्द होरी ह। उन्होंने बोला कमर मेरी बहुत दुःख रही है।
मुझसे खड़ा नहीं हुआ जारा। दोस्तों यह सुनके अंदर ही अंदर बहुत ख़ुशी होने लगी मैंने सोचा आज यह मस्त मौका है।
मैडम की चुदाई करने का। मैंने मैडम से बोला की में आपको गोद में उठा कर बेड पर लिटा देता हु।
मैडम ने पहले तो मना करदिया की नहीं में खुद चली जाउंग। यह कहते हुए जैसे उसने फिर कोशिश करी उठने की तो उससे
उठा नहीं गया। तोह मैंने कहा अरेह मैडम आराम से।
में छोढ़ देता हु न आपको बेड तक। अबकी मैडम ने बोला ठीक है।
करदो मदद मेरी मुझे बेड तक छोड़ने मे।
यह सुनके में बहुत खुश हों गया।
और मैंने जल्दी से मैडम को कमर के पास से पकड़ा और उनको आहिस्ता से उठा लिय।
मैडम का शरीर भीग चूका था। तोह उनके नंगे बदन का एहसास होरा था मुझे।
मेने मैडम को ले जाके bed पे लेटा दिया और फिर उनके गीले शरीर को मैंने
टॉवल से पोछा। मैडम दर्द से कराह रही थी। मैंने सोचा यह अच्छा मौका है आज।
मैंने मैडम को बोला की आप उलटी होके। लेट जाओ आपकी कमर पे तेल लगा देता हु।
जिससे आपको राहत प्राप्त होगी थोड़ा। मैडम थोड़ा सा हिचकिचा रही थी मुझसे और वो
मना करने लगी और बोली नहीं अभी थोड़ी देर में सही हो जायेगा। मैंने कहा नहीं मैडम
आपके काफी ज़्यादा लग गयी है। ऐसे सही नहीं होगा। इसमें तेल लगाना ही पड़ेगा
आप घबराइए नहीं में लगा दूंगा। थोड़ी देर मैडम थोड़ा खामोश रही। और फिर मुस्कुरा कर
धीरे से कहा की ठीक है। लगा दो में जल्दी से गया दूसरे कमरे से तेल ले आया और मैडम और उल्टा होके
लेटने को बोला। मैडम उलटी होके लेट गयी। मैंने फिर उनकी टी -शर्ट को ऊपर करदिया और मैडम की कमर
पे तेल लगा दिया। दोस्तों तेल लगने से मैडम की गोरी गोरी कमर हीरे जैसे चमकने लगी थी।
में उसको सहलाने लगा। मेरा लंड अब बेकाबू होरा था वह बहुत टाइट हो गया था।
में मैडम की कमर पे तेल लगते लगते। एक दो बार उसके लोअर के अंदर हाथ दाल के
उसकी गांड दबाने लगा। मैडम आँखे बंद करे उलटी लेटी हुई थी।
मैंने फिर धीरे धीरे अपने एक हाथ को ऊपर की तरफ ले जाने लगा।
और मैडम की ब्रा तक पहुंच गया। दोस्तों ऐसा लग रहा था की मैडम गरम होरी हो।
और तेल मालिश का आनंद लेरी है। क्युकी वह बहुत गहरी साँसे लेने लगी थी।
मैंने फिर बहुत हिम्मत करके उसकी ब्रा का हुक खोला दिया। और फिर उसकी
पीठ को सहलाने लग। में बहुत ही कमुखता से मैडम की पीठ पे हाथ फेरने लगा
तोह फिर मैडम बस अब रहने दो मेरा दर्द कम हो गया हो गया है। यह कहकर
वो उठी और अपने टीशर्ट के एंड हाथ दाल के अपनी ब्रा का हुक बंद करदिया
अब मुझे ऐसा लगाने लगा था की आज भी बेटा तेरा सपना केवल एक सपना बनके ही रह जायेग।
मैंने फिर मैडम से पूछा दर्द कैसा है अब ? तो वो बोली हां अब तोह ठीक है।
तुम भी अब अपने घर चले जाओ। काफी देर हो गयी है तुमको।
में बहुत उदासी के साथ बाहर आया घर जाने के लिए तो देखा बारिश अब भी होरी है।
और अब बहुत अँधेरा भी हो गया था। जिसके कारण मुझे कोई सवारी भी नहीं मिलेगी घर जाने को।
में बहुत खुश हुआ और फिर से मैडम को चोदने की सोचने लगा।
में वापस अंदर आया और मैडम से बोलै की बाहर बहुत तेज़ बारिश होरी है। और कोई सवारी नहीं घर जाने को।
मैडम से कहा अपने फ़ोन से मेरी मम्मी को कॉल करके बोल दिए की मुझे शायद देर हो जाए घर आने में।
मैडम ने फ़ोन किया मेरे घर और मेरी मम्मी से बात करि तोह मेरी मम्मी ने बोला की अब रात बहुत हो चुकी है।
कैसे आएगा यह इसको आज अपने घर रोकलो। मैडम ने भी बोला की हा यह ठीक रहेगा।
फिर उसके बाद में वही रुक गया। मैडम ने मुझे अपना एक लोअर दिया और कहा चेंज करलो तुम भी
कपडे भीगे है तुम्हारे। मैंने उससे लोअर और चेंज करलिय। हम दोनों ने फिर साथ बैठके खाना खाया।
मैडम से मैंने पूछा दर्द कैसा है? तोह वो बोली पहले से तोह अब ठीक है। तुम्हारा शुक्रिया मेरे तेल लगाने के लिए।
लेकिन अब भी थोड़ा बहुत तोह है। मैंने झट से बोल दिया कोई दिक्कत नहीं में अभी एक बार फिर से लगा दूंगा।
मैडम बोली ठीक है लगा देना।
दोस्तों अब में बहुत खुश हो गया की आज रात तोह मैडम की चुदाई कर ही दूंगा।
खाना खा के बैठे ही थे हमलोग। मैंने बोला मैडम लेट जाओ आप तेल लगा देता हु
वो जल्दी से लेट गय। अब मेरी हिम्मत पहले से काफी ज़्यादा बढ़ चुकी थी।
मैंने तुरंत मैडम की टीशर्ट को ऊपर करदिया और पूरी कमर और पीठ पे तेल मलना शुरू करदिया।
मेरा लंड एक बार फिर से खड़ा हो गया। और मैडम ने जो लोअर दिया था वो लूज़ था। जिससे की मेरा
सुडोल लंड पूरा बाहर ही आगया था। मैंने जब देखा तोह मैडम की नज़रे मेरे लंड पे ही थी।
लेकिन वो कुछ बोली नहीं। फिर मैंने उसकी ब्रा का हुक एक बार फिर से खोल दिया।
और अबकी में अपने हाथो को साइड से उसके दूध तक ले जाने लगा। इतना सब करने के बाद
मैडम के एक बार भी विरोध न करने के कारण मुझे समझ आगया था। की मैडम भी मुझसे चुदना चाहती है।
में अब उसकी गांड के ऊपर बैठ गया और अपने लंड को उसकी गांड पे रगड़ते-रगड़ते मालिश करता रहा।
एक हाथ से उसके दूध को सहलाने लगा। मैंने अब मैडम को सीधा करके लेटाने की कोशिश करी तो वह खुद से
सीधी होके लेट गयी। अब यह तो पूरा निश्चित था की अब मैडम भी चुदना चाह रही है।
उसके सीधा होते ही में उसके होठो पे एक प्यासे भेड़िये के तरह टूट पड़ा और उनको चूसने लगा।
15 मिनट तक उसके होठ चूसने के मैंने उसकी पूरी टीशर्ट को उतार दिया और उसकी ब्रा भी खोलदी।
अब उसके बड़े-बड़े गोरे सफ़ेद दूध गुलाबी निप्पल बिलकुल चमकते हुए मेरी आँखों के सामने थे।
मुझसे रहा न गया उनको देख कर और में उनको पीने लगा। उसको निप्पल को मैंने चूस -चूस कर
गुलाबी से लाल करदिया। एक -दो बार मैंने उसके निप्पल पे काट भी लिया जिसके कारण वो चीख मारके
रोई और कहने लगी जानवरो के तरह मत काटो। दर्द होरी है मुझे। मैंने कहा डार्लिंग क्या करू यह इतने
रसीले है की मुझसे रहा नहीं गया इनको देख कर। 10 मिनट तक उसके दूध चूसने के बाद मैंने अपना लोअर उतार दिया
फिर हम दोनों 69 पोजीशन में हो गए। वो मेरा लंड चूसने लगी और में उसकी चूत को चाटने लगा।
उसकी चूत बहुत गीली हो गयी थी। वो मेरे लंड को बहुत चाव से चुसरी थी। मेरे लंड के सुपारे को वो अपनी जीभ से
बहुत स्वाद लेकर चाट रही थी। कुछ देर बाद उसकी चूत झड़ गयी मेरे ही मुँह में।
5 मिनट बाद मेरा लंड भी झड़ गया उसके मुँह में और उसने मेरा सारा वीर्ये पी लिया।
फिर हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर लेट गए। और में उसके दूध को चूसने लगा थोड़ी देर बाद मेरा
लंड फिर से जाग उठा। मैंने फिर मैडम को सीधे लेट जाने को कहा और में उसकी चूत को चाटने लगा।
दोस्तों मैडम की चूत बहुत टाइट थी। आज से पहले उसने कभी सेक्स नहीं किया था।
मैंने फिर अपने लंड को मैडम की चूत पे रखा और अपने लंड के सुपारे को उसकी चूत पे फेरने लगा।
वह बहुत कमुख आवाजे निकाल रही थी।
मैंने फिर अपने अपने लंड पे थूक लगा कर उसकी चूत में धीरे – धीरे घुसाने की कोशिश करी तोह
मैडम चीखे निकल गयी। आह ;आह ;आह। आराम से करो मेरे दर्द होरी है।
मैंने कहा मैडम डरो नहीं शुरूवात में थोड़ी होगी। फिर उसके बाद मजा आने लगेगा तुमको।
दोस्तों मैडम की चूत बहुत टाइट थी। मेरा लंड घुस नहीं रहा था।
फिर मैंने अपने सुपारे पे तेल लगाया और उसकी चूत पे थोड़ा सा तेल गया।
फिर मैंने अपने लुंड के सुपारे को चूत पे रखा और एक ही झटके में पूरा लंड उसकी चूत में समां दिया।
वह बहुत तेज़ से चिल्लाई और रोने लगी। और रोते हुए कहने लगी बस करो मेरे से बर्दाश नहीं होरा अब।
मैंने उसकी एक भी न सुनी और झटको की रफ़्तार बढ़ा दी। उसकी चूत से खून भी आने लगा था।
10 मिनट तक उसको मैंने एक ही पोजीशन में चोदा। फिर उसके बाद उसका भी दर्द कुछ कम हुआ।
और वो भी कमुख आवाज़े निकल कर आनंद लेने लगी अपनी पहली चुदाई का।
में फिर उसके पीछे लेट गया और उसको पीछे से चोदने लगा। और उसके दूध को चूसने लगा।
ताबड़ तोड़ ३० मिनट चुदाई के बाद में झड़ने वाला था।
तोह मैंने अपना लंड बाहर निकला और मैडम के मुँह में देकर मुँह चोदने लगा और उसके मुँह
में ही झड़ गया में। फिर उसके बाद हम दोनों नंगे ही एक दूसरे से चिपक कर सो गए।
सुबह जब मेरी आँख खुली तोह मैडम थी नहीं। मैंने किचन में जाके देखा तो मैडम चाय बना रही थी।
में पीछे से जाके उनके चिपक गया। और उसकी टीशर्ट ऊपर करके उसके दूध पीने लगा।
और फिर पूछा कैसा लगा मैडम आपको कल रात को।
तो वो शरमा गयी और कहने लगी तुमने तोह मेरी जान ही निकाल दी थी।
लेकिन बाद में मजा आने लगा था। मैंने कहा तोह क्यों न एक बार फिर से किया जाए तोह मैडम
मुस्कुरा कर बोली ठीक है करलेते है।
मैंने मैडम को फिर डॉगी स्टाइल में किचन में चोदा और फिर में अपने घर आगया।
फिर उसके बाद से में और मैडम रोज़ शाम में चुदाई करते थे दूसरे छात्रों के चले जाने के बाद।
ऐसा लग भाग 6 महीना तक चला फिर मेरा 12वी क्लास का रिजल्ट आगया और में पास हो गया।
फिर मैंने कोचिंग जाना बंद करदिया और कुछ ही दिनों बाद मैडम अपने परिवार के पास वापस
मोरादाबाद चली गयी। क्युकी उनकी शादी लग चुकी थी किसी से।
दोस्तों आपको मेरी कहानी कैसी लगी कमेंट करके ज़रूर बताये
धन्यवाद ;