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चाचा की लड़की को रात में जमकर चोदा

हेलो दोस्तों मेरा नाम राकेश है। और मैं पंजाब के जालंधर ज़िले से हु।

 दोस्तों यह कहानी मेरी और मेरे चाचा की बेटी  की है।

कहानी शुरू करने से पहले में थोड़ा कुछ अपने और चाचा की लड़की के बारे  मे बता देता हु

मेरी उम्र 21 साल है और मे कसरत वगैरा करता हु तो इस वजह मेरा शरीर बहुत शानदार है।

और मेरे चाचाै की बेटी नाम सोनल है। उसकी उम्र २२ है उसका शरीर गद्दे जैसा भरा हुआ और बहुत मुलायम है।

उसके दूध 34 के है गांड बहुत भारी है उसकी किसीका भी लुंड उसको देख कर खड़ा हो जायेगा।

कहानी शुरू करते है अब। मेरी मम्मी की तबियत ख़राब थी और वो घर का नाम नहीं कर पारी थी। और मेरी बहन अभी बहुत छोटी ह।

तो मेरे पापा ने चाचा को कॉल करके बोलै की रोहित तुम सोनल को कुछ दिन हमारे घर छोड़ दो यह अपनी चाची की घर के कामो में मदद करदिया करेगी। मेरे चाचा बोले पापा से ठीक है भैय्या में आज रात तक सोनल को लेकर आजाऊंगा छोड़ने।

मेरे घर से ही थोड़ा दूर था उनका घर तो पापा ने बोला तुम परेशान मत हो में राकेश को बाइक से भेज दूंगा वो ले आएगा सोनल बेटी को

फिर में शाम को बाइक लेकर चला गया उसको लेने  जब में उसके घर पंहुचा तो मैंने उसको देखा तो उसने काले कलर का कुर्ता पहना हुआ था। वो कुर्ता शरीर में टाइट था थोड़ा जिसके वजह से उसके दूध बहुत तने हुए दिखरे थे।

वो उस दिन बहुत सेक्सकी लग रही थी   उसको देखते ही मेरे लंड में आग सी लग गयी।

मुझे सोनल बहुत थी में उसको हमेशा से ही चोदना चाहता थ।  लेकिन मौका न मिल पाने के

कारण में उसके साथ कुछ कर नहीं पाया था अभी तक किन्तु मुझे अंदर से यह सोचके बहुत ख़ुशी

हो रही थी की। सोनल अब मेरे घर रुकने आ रही है। और सोनल में और मेरी छोटी बहन शिवानी

एक ही बेड पे सोयेंगे।  क्युकी मेरे घर में केवल 2 ही कमरे है। एक कमरे में मम्मी पापा सोयेंगे और दूसरे में

मेरी छोटी बहन में और सोनल सोयेंगे।  दोस्तों यही सब सोचते सोचते में उसको बाइक पे बैठा के अपने घर ले आया।

अब वो पिछले तीन दिन से मेरे पे ही है। लेकिन ऐसा मौका लग नहीं पारा था की में कुछ कर सकू।

में जब भी बाथरूम जाता था तोह उसकी पैंटी में मुठ मार दिया करता था।  लेकिन दोस्तों तीन दिन हो चुके थे मेरे

लंड की प्यास अब मुट्ठ मारने से नहीं बुझ रही थी। रात के लगभग 11 बज रहे थे सब लोग सू गए थे।

मेरी छोटी बहन शिवानी मेरे और सोनल की बिच में सोती थी और वो भी अब तक सो चुकी थी।

मैंने देखा तो सोनल भी सो रही थी। और वो टेढ़ी करवट पे लेटी थी। जिसके कारण उसके रसीले दूध ऊपर ही झलक रहे थे   यह द्रश्य देख कर मेरा लंड टाइट हो  गया और फिर मुझसे अब बर्दाश न हुआ।

मैंने सोच लिया थी अगर आज थोड़ी हिम्मत न जुटाई तो हमेशा के लिए सोनल को चोदने का

सपना  केवल एक सपना बनके रह जायेगा।  मैंने थोड़ी देर तक सोचा की कैसे करा जाए यह।

फिर में उठा और शिवानी को अपनी को हलके हलके से खींच कर अपने बिस्तर पे करदिया।

शिवानी बहुत गहरी नींद सोती है। वो एक बार सो जाती है तो फिर सुबह उठती ह। मैंने उसको अपने बिस्तर

पे करके फिर पिशाब करने चला गया। और फिर वापस आके सीधा में सोनल के  बगल में लेट गया उसके कम्बल में  घुसके

वो गहरी नींद सोई थी ऐसा लगरा था। लेकिन .वो कच्ची नींद में थ।  मेरे लेटते ही उसकी आँख खुल गयी। मैंने घबराते हुए उससे बोला

की में पिशाब करने गया तो शिवानी इतनी देर में मेरे बिस्तर तरफ करवट लेली मैंने हटाने की कोशिश करी लेकिन वो गहरी नींद में है तो

उठ नहीं रही। यह सुनके सोनल मुस्कुराकर बोली कोई बात नहीं तुम इधर ही मेरे बगल में सो जाओ। यह सुनते ही में बहुत खुश हो  गया और आँख बंद करके सोने का बहाना करने लगा। अब लगभग 1 बज गए थे और अब सोनल भी गहरी नींद में सो गयी थी। मैंने अपना एक पैर उसके पैर पे रख दिया और अपना एक हाथ उसके रसीले दूध पे रख दिया। दोस्तों उसके दूध बहुत मुलायम थे। मैंने हल्का सा दबाव देने लगा उसके दूध पे। और फिर मैंने अपने दूसरे हाथ को  उसके कुर्ते के अंदर डालके उसके पेट को सहलाने लगा

और धीरे धीरे हाथ को ऊपर के तरफ ले जाने लगा और उसकी ब्रा को खिसका के मैंने उसके दूध पे हाथ रख दिया।

और फिर अपनी उँगलियों से उसके निप्पल को रगड़ने लगा इस बिच सोनल ने एक दो बार थोड़ी हल चल करि तो जल्दी से हाथ बाहर निकल के सोने की एक्टिंग करने लगा। लेकिन फिर 5 मिनट बाद में फिर वैसे ही सब शुरू करदिया उसके निप्पल दबाने लगा में। मैंने

10 मिनट तक उसके निप्पल को दबाया। सोनल अब गहरी गहरी साँसे भरने लगी और कमुख आवाज़े निकलने लगी

आह आह आह करने लगी। मुझे अब समझ आने लगा था की सोनल केवल सोने का बहाना कर रही है।

इससे मुझे और हिम्मत मिली फिर मैंने उसके कुर्ते को उसकी गर्दन तक ऊपर चढ़ा दिया।

और फिर उसकी ब्रा को थोड़ा निचे करके में उसके निप्पल को चाटने लगा। ऐसा करने से सोनल एक दो ऐसे झटके खायी

जैसे  की मानो उसके शरीर में करंट लग गया हो। अब मुझे पूरी तरह से मालूम चल गया था की सोनल जाग रही है

और इस सबका आनंद लेरी है।  अब इसको भी मेरे लुंड की गर्मी चाहिए।  

फिर में उसपे चढ़ कर लेट गया।  में जैसे ही लेता तो उसने भी मुझे ज़ोर से जकड लिया।

फिर में होठो को चूमने लगा और होठो को चूमते चूमते उसकी गर्दन पे चूमने लगा और फिर

उसको निप्पल्स को प्यासे भेड़िये के तरह चूसने लगा।  में उसके निप्पल को चूसने में इतना  मगन

हो गया था की मैंने काट  लिया उसके निप्पल पे तो आह  आह करने चिल्लाने लगी कहने लगी खा ही जाओगे क्या

मैंने बोलै मेरी जान यह इतने अचे लग रहे है की इनको खाने का मन करने लगा।

सोनल ; पागल हो क्या मुझे दर्द होरा है बहुत तेज़ मत करो ऐसा बस इनको चुसो काटो नहीं

मैंने बोला ठीक है मेरी जान में फिर उसके 10 मिंट चूसने के बाद उसका लोवर उतार दिया और उसकी चुत में

ऊँगली करने उसकी बहुत गरम थी और गीली हो गयी थी पूरी।  फिर में उसकी चुत को चाटने लगा। 

वह बहुत  ही कमुख आवाज़े निकालने लगी। आह; आह; आह; मैंने फिर अपना पैंट  खोला और अपना लंड  उसको चूसने

को बोला को बोली क्या आज ही सब कुछ करलोगे मैंने कहा हां मेरी जान अब मेरे को बर्दाश नहीं होरा यह आज तेरी जवान

चुत चोद कर ही रहेगा। सोनल बोली आज से पहले मैंने कभी यह सब नहीं किया मुझे बहुत दर्द होगा।

मैंने बोला डरो नहीं शुरू में बस थोड़ा सा होगा फिर तुमको मज़ा आने लगेगी यह कहते हुए मैंने अपना लुंड उसके मुँह में देदिया

उसने मेरे लुंड को 15 मिनट तक चूसा अब मेरा लुंड पूरी तरह उसकी चुत में घुसने को तैयार हो गया था।

मैंने उसको सीधा लेटाया और उसकी एक टांग को अपने कंधे पे रखा फिरर उसकी चुत पे अपने लूणदा टोपा रखा और रगड़ने

लगा उसकी चुत बहुत टाइट थी। लुंड आसानी से आसानी से अंदर जा नहीं रहा  था मैंने फिर थूक लगा के  अपने लंड  पे एक ज़ोर से

झटका मारा तोह उसकी चुत को फाड़ते हुए मेरा लंड अंदर चला गया उसकी बहुत ज़ोर की चीख निकली मैंने जल्दी से उसके

मुँह को अपने होठो से दबा लिया और बोला चिल्लाओ नहीं शिवानी उठ जाएगी वो रोते हुए बोली मेरी तो जान निकल गयी

मैंने बोला ठीक है धीरे धीरे करूँगा अब फिर में आराम आराम से अंदर बहार करने लगा।

फिर मैंने उसको घोड़ी बनने को बोला फिर मैंने 25 मिनट तक उसको चोदा उस बिच सोनल का 2 बार पानी निकल गया था अब में

भी झड़ने वाला था तोह मैंने भी उसकी चुत से लंड बाहर निकल ले झाड़ दिया फिर उसके बाद हम दोनों ने कपडे पहने और में सोनल

के दूध पकड़ के उसके चिपक कर सो गया।  फिर सुबह में जल्दी उठ कर अपनी जगह पे चाला गया। 

सोनल मेरे घर एक महीना रुकी और उस बिच मैंने उसको डेली चोदा कभी किचन में कभी बाथ्ररोम में तो कभी रात को बीएड पे

वो भी मेरे लुंड की भूखी हो गयी है अब भी जब कभी मौका मिलता है तोह उसके घर जाके मौका लगा के चोद देता हु

दोस्तों आपको मेरी कहानी कैसी लगी कमेंट करके ज़रूर बताये 

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