दोस्तो,
यह मेरी पहली Sex Story है जो आपके लिए प्रस्तुत है.
करीब साल भर पहले की है जब मैं अपने कॉलेज में थर्ड ईयर में था और कॉलेज ना जाकर ज्यादातर अपने घर पर ही पड़ा रहता था।
मैं सिंगल था और मैंने कभी सेक्स किया नहीं था तो मुझे सेक्स की तलब लगी रहती थी.
मगर कोई लड़की अपनी चूत गांड देने को तैयार नहीं थी.
तो मैं पोर्न और अपने हाथ से ही गुजारा कर रहा था।
एक दिन मैं कॉलेज से घर आया तो देखा दरवाजे पर एक लड़की खड़ी है।
जब मैंने उसे देखा तो मेरी पहली नजर ही उसकी गांड पर गई.
मुझे शुरू से ही बड़ी गांड वाली लड़की पसंद आती हैं.
तो उसकी मस्त और टाइट सलवार में बंद गांड देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया.
और इतने में मम्मी आ गई और उसके हाथ में कुछ सामान दिया.
सामान लेकर वह मुड़कर जाने लगी.
तभी हमारी आंखें मिल गई और हम दोनों हल्के से मुस्कुरा दिए।
सच में इतने प्यारे होंठ देखकर वही किस्स करने का मन करने लगा।
फिर वह अपने घर चली गई.
तब मैंने मम्मी से पूछा- यह कौन थी?
तो मम्मी ने कहा- ये राजू की छोटी बहन है; गांव से आई है महीने भर के लिए … कॉलेज के एग्जाम हैं, इसलिए!
मैं अब ऊपर अपने कमरे में तो आ गया था मगर मेरे मन में बस उसे चोदने का ख्याल आ रहा था.
मैंने कैसे भी उसकी चूत चोदना चाहता था।
एक दिन मैं राजू के पास गया.
तो देखा कि वह लड़की नहाकर बाहर धूप में अपने बाल सुखा रही थी.
और वह इतनी हॉट लग रही थी कि क्या कहूं!
मैं और राजू बातें कर रहे थे मगर वह लड़की मुझे और मैं उस लड़की को … हम दोनों बार बार एक दूजे को देख रहे थे.
तो मुझे पता चल गया कि वह भी मुझसे चुदना चाहती है।
मैंने मौका देखकर एक कॉपी और पेन उठाया, एक कागज लेकर उस पर अपना फोन नंबर लिखा और बाहर आते वक्त नम्बर वाला कागज उसके पास गिरा दिया।
उसने भी झट से वो उठा लिया।
अब मैं अपने घर आ चुका था मगर उसका कोई कॉल नहीं आया.
तो मुझे लगा कि शायद हम पकड़े गए।
मगर उसी समय उसका कॉल आ गया।
उसने फोन उठते ही कहा- आज घर पर सिर्फ राजू भैया है और कोई नहीं. वे भी 1 घंटे के लिए बाहर जा रहे हैं. मिल सकते हो तो मिल लो।
लड़की की चूत में गर्मी मुझसे भी ज्यादा थी क्योंकि उसने मुझे पहली ही बार में घर बुला लिया।
अब मैं राजू के जाने का इंतजार करने लगा.
और जैसे ही राजू गया, मैं भी बहाना बनाकर घर से बाहर निकल गया और उसके घर के गेट पर जा पहुंचा।
उसने गेट खोला और मुझे अंदर खींच लिया.
काले रंग की टी शर्ट और टाइट काले पायजामे में वह हद से ज्यादा हॉट लग रही थी.
उसने मुझे सोफे पर बैठाया और खुद दूर जाने लगी.
तो मैंने खींच कर उसे अपनी गोद में बैठा लिया।
मेरा लंड उसकी जांघों के बीच से उसकी चूत ढूंढ रहा था।
यह बात वह भी समझ गई और बिना किस नखरे के बैठी रही.
मेरा एक हाथ उसकी कमर पर और दूसरा हाथ उसके चूचों पर था.
मैंने अपने हाथ से उसका चेहरा मेरी तरफ किया और अपने होंठ उसके होठों पर रख दिए।
यह किस्स बेहतरीन था क्योंकि अभी अभी नहाकर आई लड़की जिसके बाल हल्के गीले थे, वह मेरी गोद बैठी थी, उसकी बड़ी गांड को मेरा लन्ड छू रहा था/
मेरा एक हाथ कभी उसके गाल तो कभी उसके मीडियम साइज के बूब्स पर था।
हम किस्स कर रहे थे और मैं बीच बीच में अपने हाथ से उसके चूचे दबा रहा था।
मैंने उसे उठाया और मैं भी खड़ा हो गया और किस्स करने लगा.
क्योंकि वक्त कम था, इसलिए मैंने बिना वक्त गंवाए उसकी शर्ट उतार दी और गुलाबी ब्रा के ऊपर से ही मैं उसके मम्मे चूसने लगा.
वह अब तक पूरी उत्तेजित हो चुकी थी और तभी उसका हाथ भी मेरे लन्ड पर चला गया।
हम दोनों एक दूसरे को देख कर हंस दिए।
मैंने उसके सारे कपड़े उतार दिए और उसने मेरे!
मेरा एक हाथ उसकी गांड पर तो दूसरा उसके चूचों पर था.
उसका एक हाथ मेरा लन्ड सहला रहा था और हम किस्स में मग्न थे।
मैंने उसे टेबल के सहारे झुका दिया और मैंने कहा- मैं तुम्हारे चूतड़ों पर मारना चाहता हूं.
तो उसने भी अपनी गांड मेरे लन्ड पर रगड़ दी।
मैंने जोर जोर से 6 से 7 बार उसकी गांड पर मारा और वह हल्के से चीखने लगी.
अब उसकी गांड लाल हो चुकी थी और मैं खुद पर काबू नहीं कर पा रहा था।
मैंने उसे धक्का दिया और बेड पर गिरा दिया और उसकी टांगों को फैला दिया।
मैं उसके चेहरे तक गया और उसे किस्स किया.
मैंने उसके एक निप्पल को दांतों से काटा.
और तब उसने कहा- यार … ये सब अब और नहीं … अब बस मेरी चूत को चाटो!
मैं तब तक उसकी चूत तक पहुंच चुका था और उसकी चूत को काटने और चाटने लगा जैसे ये मेरा पहली बार हो।
वह सिसकारियां भरने लगी और मेरे सर को हाथ से पकड़ कर अपनी चूत पर रगड़ने लगी।
मैंने काफी देर तक उसकी चूत चाट चाट कर उसका पानी निकल दिया.
अब उसने मुझे झटके से दूर करके लेटा दिया और मेरा लन्ड हाथ में लेकर मुझे देखकर मुस्कुराने लगी.
पहले वह खुद अपने गालों पर मेरा लौड़ा मारने लगी और फिर एक बार ही में मेरा 6 इंच का लन्ड उसने पूरा का पूरा मुंह में ले लिया।
वो ब्लोजॉब कितना शानदार था … मैं बता नहीं सकता!
वह मेरा टोपा चूस रही थी और मेरे हाथ उसके सर को पकड़ कर मेरा लन्ड उसके मुंह के अंदर बाहर कर रहे थे.
उसने चूस चूस कर मेरा लंड पूरा गीला कर दिया और फटाफट आकर मेरे ऊपर चढ़ गई.
और तब उसने मुझे कहा- मेरे पीरियड्स चल रहे हैं. और हमारे पास कंडोम नहीं है इसलिए एक ही चारा है कि तुम मेरी …
मैं समझ गया.
और मैंने लड़कियों की गांड मारने के विडियोज देखे थे और मैं भी किसी लड़की की टाइट गांड मारना चाहता था.
तो मैंने अपने लन्ड पर थूक लगाया और उसने मेरा लन्ड अपने हाथ में ले लिया.
मैंने अपने दोनों हाथों से उसकी गांड चौड़ी की और मेरा लंड उसने अपनी गांड के छेद पर टिकाया और मुझे अंदर धकेलने को कहा.
मैंने दबाव डाला तो लंड उसकी गांड में जाने लगा।
वह भी ऊपर से मेरे लंड पर बैठने लगी.
जैसे ही लंड का टोपा अंदर गया, वह जोर से चीख उठी.
मैंने उसे खुद से सटा लिया, एक हाथ उसकी गांड पर तो दूसरा उसकी कमर पर रखा और उसे किस्स करता रहा और जोर से झटका दिया।
उसकी टांगें कांपने लगी मगर मैंने उसके होठों को अपने होठों से पहले ही बंद कर दिया था तो उसकी चीख नहीं निकल पाई.
हमने थोड़ी देर बाद पोजीशन बदली और अब मैं डॉगी स्टाइल में उसकी गांड चोद रहा था.
करीब 15 मिनट बाद मेरा लन्ड उसकी गांड में ही झड़ गया था।
हम ने एक राउंड और किया. इस बार सेक्स 20 मिनट तक चला होगा.
इस बार मैंने उसे बाथरूम में ले जाकर चोदा था.
और शावर के नीचे का वो सीन आज भी मुझे याद आता है तो मैं खुद को मुठ मारने से रोक नहीं पाता हूं.
फिर दूसरी बार मैंने अपना माल उसके बूब्स पर गिराया था.
और उसके बाद हमने फिर एक रोमांटिक बाथ लिया.
तब तक उसके घरवालों के आने टाइम हो चुका था.
इसलिए मैंने आखिरी बार उसे किस किया और फिर अपना लन्ड चुसवाया.
इतना सब करके मैं निकल गया.
और हमने प्लान किया कि जब भी ऐसा मौका मिलेगा, वह मेरे लन्ड से अपनी चूत और गांड चुदाएगी।
आज की सेक्स कहानी में इतना ही, धन्यवाद।